उत्तराखंड में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना
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PHOTO - OM JOSHI
देहरादून/ उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।

मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 13 से 15 मार्च के बीच राज्य के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में इसका अधिक असर नहीं होगा और तापमान में दो से चार डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। देहरादून में अधिकतम तापमान 29°C और न्यूनतम 13°C रहने की संभावना है।

नैनीताल और ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के आसार—
नैनीताल जैसे क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि ऊंची चोटियों पर हिमपात होने की संभावना है। सरोवर नगरी नैनीताल में रविवार को पूरे दिन घने बादल छाए रहे और हल्का कोहरा भी बना रहा, जिससे ठंड में इजाफा हुआ।

जलवायु परिवर्तन का असर—
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते ऋतुओं में भारी बदलाव देखा जा रहा है। “जलवायु परिवर्तन के कारण ऋतुओं में बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले जो ठंड फरवरी के अंत तक कम हो जाती थी, वह अब मार्च के मध्य तक बनी रह रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ भी अब पहले की तुलना में देर तक सक्रिय रहने लगे हैं, जिससे ठंड का असर बढ़ रहा है।” फरवरी में समाप्त होने वाले पश्चिमी विक्षोभ अब मार्च तक सक्रिय रहने लगे हैं। शीतकाल भी 15 से 25 दिन आगे खिसक चुका है, जिसका प्रभाव मध्य मार्च तक बना रह सकता है।

माणा में एवलांच से बड़ा हादसा—
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित माणा में 28 फरवरी को खतरनाक एवलांच आया था, जिसमें 54 मजदूर दब गए थे। इस हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 46 मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया।

अलर्ट पर रहें स्थानीय लोग और पर्यटक—
मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासतौर पर ऊंचाई वाले इलाकों में सफर करने से पहले मौसम अपडेट जरूर ले लें।