उत्तरकाशी पुलिस ने बचाई मासूम की जान: मित्रता, सेवा, सुरक्षा का अद्वितीय उदाहरण
चारधाम यात्रा केवल आस्था की नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण की मिसाल भी बन गई है। गुजरात के सूरत से आए श्रद्धालु अल्पेश पटेल की चारधाम यात्रा उस वक्त संकट में पड़ गई जब उनके 9 वर्षीय पुत्र प्रियांस की तबीयत अचानक यमुनोत्री धाम पर बिगड़ गई। ऊँचाई और ऑक्सीजन की कमी के कारण प्रियांस बेहोश हो गया।
स्थिति गंभीर थी, लेकिन मौके पर तैनात उत्तरकाशी पुलिस के जवानों ने तत्परता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एक पल की भी देरी नहीं की। हेड कांस्टेबल विशाल छांछर, कांस्टेबल अरविंद रमोला, और होमगार्ड के जवानों ने तुरंत बच्चे को ऑक्सीजन दी और फिर उसे अपने कंधे पर उठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र यमुनोत्री तक पहुंचाया।
डॉक्टरों की समय पर देखरेख के बाद अब प्रियांस की हालत स्थिर और सामान्य है।
यह घटना सिर्फ एक बच्चे की जान बचाने की नहीं, बल्कि ‘मित्रता, सेवा, सुरक्षा’ के आदर्श वाक्य को जीवंत कर देने वाली है। उत्तरकाशी पुलिस ने यह सिद्ध कर दिया कि वे न केवल कानून के रक्षक हैं, बल्कि मानवता के असली प्रहरी भी हैं।
मेरु रैबार परिवार उत्तरकाशी पुलिस के इन वीर जवानों को सलाम करता है।