सरकार को जातीय जनगणना करने पर झुकना पड़ा-सूर्यकांत धस्माना: कांग्रेस की जीत
1 min readभाजपा जातीय जनगणना के विरोध में रही, यह पूरा देश जनता है
देहरादून: प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि देश में जातीय जनगणना करवाने का निर्णय कांग्रेस की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दबाव में केंद्र सरकार को आखिरकार जातीय जनगणना करने का निर्णय लेना पड़ा, जबकि पहले भाजपा ने इस मुद्दे पर कड़ा विरोध किया था।
धस्माना ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता नितिन गडकरी ने सार्वजनिक रूप से जातीय जनगणना करवाने वालों को लात मारने का बयान दिया था, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का इस मांग के लिए मजाक उड़ाया था। अब जब केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना करने का निर्णय लिया, तो भाजपा इस पर श्री लूटने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, “देश की शोषित, पिछड़ी और वंचित जनता सच्चाई जानती है और भाजपा को इस मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का कोई मौका नहीं मिलेगा। यह कांग्रेस की जीत है।”
संसद का विशेष सत्र तत्काल बुलाएं
सूर्यकांत धस्माना: राष्ट्रीय सुरक्षा पर सरकार से सवाल
देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत-पाक युद्ध, सीजफायर और कश्मीर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को संसद में चर्चा करने का अवसर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और पूरा देश सरकार से जवाब चाहता है, और इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए।
धस्माना ने कहा, “भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा की गई, जो बेहद चौंकाने वाली है। जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम हुआ, तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत होगी और कश्मीर का मुद्दा भी हल किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत की नीति हमेशा रही है कि आतंकवाद खत्म हुए बिना पाकिस्तान से बातचीत नहीं होगी। अब यह सवाल उठता है कि क्या इस सीजफायर की विश्वसनीयता है, खासकर पाकिस्तान की तरफ से रातभर गोलीबारी और ड्रोन हमले के बाद।”
धस्माना ने कहा, “देश के लोगों के मन में कई सवाल हैं, और हमें उनका जवाब चाहिए। इसलिए कांग्रेस संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग करती है।”
कांग्रेस पार्टी का जोर, संसद में हो विचार-विमर्श
धस्माना ने इस बात पर जोर दिया कि संकट के समय देश की सेना और सरकार के पीछे विपक्ष और देश की 140 करोड़ जनता खड़ी रही, लेकिन अब जब युद्धविराम हुआ है, तो देश सरकार से जवाब चाहता है। इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाना सबसे उपयुक्त मंच होगा।
यह मुद्दा न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि देश की विदेश नीति, कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से संबंधित बहस के लिए भी जरूरी हो गया है।
निष्कर्ष:
सूर्यकांत धस्माना ने अंत में कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से जनता के साथ है और सरकार से जवाब देने की मांग करती है। भाजपा चाहे जितना भी अपने निर्णय का श्रेय लेने की कोशिश करे, कांग्रेस ने हमेशा जनता के हित में कार्य किया है, और इस बार भी यही साबित हुआ है।