केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त – तीर्थ पुरोहितों ने किया श्रद्धालुओं का स्वागत
1 min readघोड़े-खच्चरों का संचालन आंशिक रूप से शुरू, अफवाह फैलाने वालों पर तीर्थ पुरोहितों ने जताया आक्रोश
श्री केदारनाथ धाम, 11 मई 2025:
श्री केदारनाथ धाम में चारधाम यात्रा पूरी तरह सुचारु रूप से संचालित हो रही है। धाम में श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, दर्शन और आवाजाही की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह व्यवस्थित हैं।
लेकिन इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक और आधारहीन खबरें फैलाई जा रही हैं, जिन पर धाम के तीर्थ पुरोहित समाज ने कड़ा विरोध जताया है।
वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश पोश्ती ने स्पष्ट रूप से कहा कि धाम में कोई अव्यवस्था नहीं है। वर्तमान में प्रतिदिन करीब 30 हजार श्रद्धालु आसानी से यहां दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अपील की कि लोग सोशल मीडिया की अफवाहों पर ध्यान न दें और यात्रा के शुभ अवसर को श्रद्धा व विश्वास के साथ पूर्ण करें।
व्यवस्थाएं और सेवाएं सक्रिय
मंदिर समिति, स्थानीय व्यापार मंडल, तीर्थ पुरोहित, पुलिस व प्रशासन – सभी एकजुट होकर यात्रियों की सेवा में समर्पित हैं। उन्होंने बताया कि टोकन सिस्टम के माध्यम से दर्शन प्रक्रिया और भी सहज हो गई है, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के बाबा केदारनाथ के दर्शन कर रहे हैं।
घोड़े-खच्चरों का संचालन फिर से शुरू
इक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस के चलते अस्थायी रूप से रोका गया घोड़े-खच्चरों का संचालन अब आंशिक रूप से शुरू कर दिया गया है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण और निगरानी के बाद शनिवार को 350 और रविवार को 800 स्वस्थ घोड़े-खच्चरों को यात्रा मार्ग पर भेजा गया।
घोड़े-खच्चर मालिकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत संबंधित पशु चिकित्सक से संपर्क करें।
डंडी-कंडी और पिट्ठू सेवा भी सक्रिय
अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत रुद्रप्रयाग श्री संजय कुमार ने जानकारी दी कि प्रतिदिन 1000 से 1200 यात्री डंडी-कंडी के माध्यम से धाम तक पहुंच रहे हैं।
लगभग 1000 डंडी-कंडी और पिट्ठू संचालक खाद्य सामग्री, राहत और अन्य आवश्यक सेवाएं यात्रियों तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये संचालक न केवल एक सेवा भावना से काम कर रहे हैं, बल्कि यात्रा प्रबंधन में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
निष्कर्ष:
श्री केदारनाथ धाम यात्रा पूरी तरह सुरक्षित और सुव्यवस्थित है। तीर्थ पुरोहितों से लेकर प्रशासन और सेवा संचालक – सभी का प्रयास है कि हर यात्री की यात्रा सहज, श्रद्धापूर्ण और सुरक्षित हो।
सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफवाहों को नज़रअंदाज़ करें और धाम यात्रा को विश्वास और श्रद्धा से पूर्ण करें।
Meru Raibar – उत्तराखंड की आवाज़, आपकी जुबान।