केदारनाथ यात्रा में लौटे स्वस्थ कदम! 311 घोड़ा-खच्चर पुनः यात्रा पर रवाना
1 min readरुद्रप्रयाग, 10 मई 2025
श्री केदारनाथ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन द्वारा की जा रही लगातार निगरानी और सतर्कता का असर अब दिखने लगा है। शनिवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर 311 स्वस्थ घोड़ा-खच्चरों को यात्रियों को लेकर रवाना किया गया।
इन सभी पशुओं की स्वास्थ्य जांच पशुपालन विभाग के चिकित्सकों की देखरेख में की गई, जिससे बीमार जानवरों की आवाजाही पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
🩺 चिकित्सकीय निगरानी में हुआ संचालन
सभी घोड़ा-खच्चरों को यात्रा से पहले विभिन्न चेक प्वाइंट्स पर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही आगे भेजा गया।
गौरीकुंड, लिंचौली, भीमबली और केदारनाथ में स्थापित चार बुकिंग केंद्रों के माध्यम से इन पशुओं की बुकिंग की गई।
जिनमें:
- गौरीकुंड से: 232
- लिंचौली से: 38
- भीमबली से: 21
- केदारनाथ से: 20
घोड़ा-खच्चर दर्ज किए गए।
🗣️ मंत्री सौरभ बहुगुणा ने दी स्पष्ट जानकारी
उत्तराखंड के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने जानकारी दी कि कुछ समय पहले बीमार पशुओं के संचालन की शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद पैदल मार्ग पर इनका संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया था।
पिछले शुक्रवार से, केवल पूर्णतः स्वस्थ पशुओं का संचालन शुरू किया गया है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और पशु कल्याण दोनों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
✅ सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री बहुगुणा ने दोहराया कि श्री केदारनाथ यात्रा के सफल, सुरक्षित और व्यवस्थित संचालन के लिए पशुपालन विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध एवं संकल्पित है। यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए पशुओं की नियमित जांच और निगरानी लगातार जारी रहेगी।